धीरे-धीरे मैं खुद से दुर होता गया जैसे जैसे मैं आपकी आंखों में देखता गया आपके उतना करीब होता गया ||
अब और क्या लिखूं तुम्हारी मुस्कान के बारे में, बस कुछ यूं समझ लो चमकता है चाँद जैस सितारों में।